Yoga Mimamsa by Dr K S Charak [UP]
Description
पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• कं विषय में योग मीमांसा में पाराशरी सिदà¥à¤§à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¥‹ पर आधारित अनेक जà¥à¤¯à¤¨à¥ˆà¤¤à¤¿à¤·à¥€à¤¯ यंनिगें का विशà¥à¤²à¥‡à¤·à¤£ à¤à¤µà¤‚ वà¥à¤¯à¤¾à¤–à¥à¤¯à¤¾ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ की गई है । यह बिइलेषऱग की विधि जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤· के सरà¥à¤µà¤®à¤¾à¤¨à¥à¤¯ नियमों पर आधारित है जिनकी इस महतà¥à¤¤à¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ विषय के अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ के लय पà¥à¤°à¤¾à¤¯ उपेकà¥à¤·à¤¾ कर दी जाती है । वे माय जिनमें योग बन रहे है योग में समà¥à¤®à¤¿à¤²à¤¿à¤¤ राशियां, योग बनाने वाले गà¥à¤°à¤¹à¥‹ पर अनà¥à¤¯ गà¥à¤°à¤¹à¥‹à¤‚ का पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ योतà¥à¤°à¤¾ बनाने वाले आते का बलाबल, बरà¥à¤—कूणà¥à¤¡à¤²à¤¿à¤¯à¥‹ से उनकी सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ तथा जनà¥à¤®à¤µà¤¦à¥à¤£à¥à¤¡à¤²à¥€ में चल रही विंशोतरी दशा आदि सà¤à¥€ घटकों की à¤à¥‚तिया को उदाहरण सहित समà¤à¤¾à¤¯à¤¾ गया है । गजकंसरी योग जो à¤à¤• महतà¥à¤¤à¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ योग है उस पर घूरा à¤à¤• अधà¥à¤¯à¤¾à¤¯ है जिसमें इस योग के माधà¥à¤¯à¤® से अनà¥à¤¯ समी योगों के विशà¥à¤²à¥‡à¤·à¤£ की विधि तथा उन कारक को विसà¥à¤¤à¤¾à¤° के बताया गया है जी किसी योग को उनà¥à¤¨à¤¤ बनाते है अथवा उसकं परिणामी से बाधा पहà¥à¤‚चाते है । पंच महापà¥à¤°à¥à¤· योग, रबि व चनà¥à¤¦à¥à¤° योरा तथा अनेक धनयोगों, राजयोगंगà¥à¤°à¥‡ और अरिषà¥à¤Ÿ गोà¤à¥€ का विसà¥à¤¤à¥ƒà¤¤ वरà¥à¤£à¤¨ जिया गया है । सामानà¥à¤¯à¤¤: उपेकà¥à¤·à¤¿à¤¤ नामस योगों को विशेष पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° से वरà¥à¤—ीकृत करकं जनà¥à¤®à¤•à¥à¤£à¥à¤¡à¤²à¥€ के विशà¥à¤²à¥‡à¤·à¤£ में उनका महतà¥à¤¤à¥à¤µ समà¤à¤¾à¤¯à¤¾ गया है । सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸ गोà¤à¥€ पर à¤à¤• घूरा अधà¥à¤¯à¤¾à¤¯ है ।
Opps
Sorry, it looks like some products are not available in selected quantity.