Phalit Sutra By J N Bhasin [RP]
Description
दो शबà¥à¤¦
फलित सूतà¥à¤°' नाम की पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• में जातक के संबंध में फलित जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤· की बातों का विवेचन यदà¥à¤¯à¤ªà¤¿ सूतà¥à¤°à¤°à¥‚प में अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ संकà¥à¤·à¥‡à¤ª में किया गया है धापी इस बात का धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ रखा गया है कि जहाठतक संà¤à¤µ हो विषय-पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤ªà¤¾à¤¦à¤¨ में और कà¥à¤¯à¥‹à¤‚? कैसे? (How and Why) अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ कारण कारà¥à¤¯à¤à¤¾à¤µ को अवहेलना न होने पावे। पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• विषय का हेतॠतथा वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤• (Logical & Scientific) पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤ªà¤¾à¤¦à¤¨ किया गया है। अतः कोई गà¥à¤°à¤¹ किसी परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में जो फत देता है उसको हमने महरà¥à¤·à¤¿ पराशर दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ निरà¥à¤¦à¤¿à¤·à¥à¤Ÿ मौलिक नियमों के, गà¥à¤°à¤¹à¥‹à¤‚ के मौलिक सà¥à¤µà¤°à¥‚प के à¤à¤µà¤‚ काल पà¥à¤°à¥à¤· आदि जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤·à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤° समà¥à¤®à¤¤ सिदà¥à¤§à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¥‹à¤‚ के आधार पर ही दरà¥à¤¶à¤¾à¤¨à¥‡ का पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ किया है। मौलिक फल कथन पदà¥à¤§à¤¤à¤¿ का वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤• अनà¥à¤¸à¤°à¤£ करते हैं
गà¥à¤°à¤¹à¥‹à¤‚ के सà¥à¤µà¤°à¥‚प का राशियों के सà¥à¤µà¤°à¥‚प तथा नकà¥à¤·à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ के सà¥à¤µà¤°à¥‚प से समनà¥à¤µà¤¯ करने का पà¥à¤°à¤¯à¤¤à¥à¤¨ किया है। इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° विषय पर à¤à¤• वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤• दृषà¥à¤Ÿà¤¿à¤•à¥‹à¤£ समà¥à¤®à¤¤ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ पड़ना समà¥à¤à¤µ हो सका है। बारह à¤à¤¾à¤µà¥‹à¤‚ तथा अनà¥à¤¯ जातक जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤· (Natal Astrology) से समà¥à¤¬à¤¦à¥à¤§ पà¥à¤°à¤¾à¤¯à¤ƒ सà¤à¥€ मà¥à¤–à¥à¤¯ विषयों का विवरण इस पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• में दिया है जिसकी
सहायता से जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤· के पाठक जीवन में आनेवाली सà¤à¥€ समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं का
अनà¥à¤®à¤¾à¤¨ कर सकते हैं। पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• लगà¥à¤¨ के पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• à¤à¤¾à¤µ में आनेवाली पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• राशि तथा उसके सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ आदि के समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§ में संकà¥à¤·à¤¿à¤ªà¥à¤¤ विवरण à¤à¥€ दिया गया है जिसके आधार पर वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ अपनी कà¥à¤‚डली के बारह à¤à¤¾à¤µà¥‹à¤‚ के फल का अनà¥à¤®à¤¾à¤¨ सहज ही में कर सकें।
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