Parinay Nirnay Vipul Vaivahik Sukh Ka Adhar Upyuk Parihar By Mrudula Trivedi [AP]
Description
निरà¥à¤£à¤¯ नामक इस शोध पà¥à¤°à¤¬à¤¨à¥à¤§ में सनà¥à¤¨à¤¿à¤¹à¤¿à¤¤ है। अनà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ित, पà¥à¤°à¤¾à¤®à¤¾à¤£à¤¿à¤• à¤à¤µà¤‚ पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€à¤¯ शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ से देवनागरी में वरà¥à¤£à¤¿à¤¤ शà¥à¤²à¥‹à¤•à¥‹à¤‚ का संकलन à¤à¤µà¤‚ सतरà¥à¤« चपन के निषà¥à¤•à¤°à¥à¤· रूप में पà¥à¤°à¤¬à¥à¤¦à¥à¤§ नाटकों के साधन अà¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨ हेतॠपà¥à¤°à¤¥à¤® बार विवाह पर केनà¥à¤¦à¥à¤°à¤¿à¤¤ परिणय निरà¥à¤£à¤¯' नामक गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥ में विविध अधà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¥‹à¤‚ और शीरà¥à¤·à¤•à¥‹à¤‚ के अनà¥à¤¤à¤°à¥à¤—त पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ किया गया है। उलà¥à¤²à¥‡à¤–नीय है कि विवाह जैसे रà¥à¤šà¤¿à¤•à¤° विषय पर हमने आप तक अगà¥à¤°à¤¾à¤•à¤¿à¤¤
यारह पयों की संसà¥à¤¥à¤¾ की है 1. वैवाहिक विलमà¥à¤¬ के विविध आयाम à¤à¤µà¤‚ मनà¥à¤¤à¥à¤°, 2 वैवाहिक सà¥à¤–: जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤·à¥€à¤¯ सनà¥à¤¦à¤°à¥à¤, 3. मेलापक मीमांसा, 4. विवाह विमरà¥à¤¶, 5. Foretelling Widowhood, 6. An Insight into Kuja Dosh, 7. A Compendium of Marriage-An Astrological Exposition, Vol.-1,B.A Compendium of Marriage-An Astrological Exposition, Vol.-ll, 9.Predicting Marriage, 10. पैसाहिक सà¥à¤– में शनि पà¥à¤°à¤®à¥à¤–, 11. जातक सारावली (सपà¥à¤¤à¤® à¤à¤¾à¤µ)।
उपरोकà¥à¤¤ सà¤à¥€ गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥à¥‹à¤‚ में अधिकाश के नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ संसà¥à¤•à¤°à¤£ इन कृतियों को लोकपà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¤à¤¾ की संसिदà¥à¤§à¤¿ करते हैं । पूरà¥à¤µ अनेक वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ से देश विदेश के जिलà¥à¤žà¤¾à¤¸ पायकों, जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤· पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ और आगंतà¥à¤•à¥‹à¤‚ के अनवरत आगà¥à¤°à¤¹ पर हमने दीरà¥à¤˜à¤•à¤¾à¤² तक à¤à¤• अà¤à¥‚तपूरà¥à¤µ शोध पà¥à¤°à¤¬à¤‚ध की संरचना करने हेतॠविचार किया, ताकि समसà¥à¤¤ जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤· पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के निरनà¥à¤¤à¤° अनà¥à¤°à¥‹à¤§ का समà¥à¤®à¤¾à¤¨ किया जा सके। वसà¥à¤¤à¥ परिणय निरà¥à¤£à¤¯ नामक इस मारà¥à¤š को विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ उपशीरà¥à¤·à¤•à¥‹à¤‚ के अनà¥à¤¤à¤°à¥à¤—त वà¥à¤¯à¤¾à¤–à¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¿ करके अनेक गनà¥à¤¤à¥‹à¤‚ में विà¤à¤¾à¤œà¤¿à¤¤ किया गया है जिसमें से अनेक में हमारे पूरà¥à¤µ गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥à¥‹à¤‚ में उलà¥à¤²à¤¿à¤–ित शोध सामगà¥à¤°à¥€ तथा अनà¥à¤¸à¤¨à¥à¤§à¤¾à¤¨ मक सूतà¥à¤°à¥‹à¤‚ को यथावतॠअपने पà¥à¤°à¤¿à¤¯ पाठकों को किसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के à¤à¥à¤°à¤®, à¤à¥à¤°à¤¾à¤‚ति अथवा संशय से पूरà¥à¤£à¤¤à¤ƒ मà¥à¤•à¥à¤¤ रखने का पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ किया गया है। विवाह के विषय पर केनà¥à¤¦à¥à¤°à¤¿à¤¤ उपरोकà¥à¤¤ सà¤à¥€ गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥à¥‹à¤‚ में अनेक पृषà¥à¤ ों में संयोजित, संकलित गà¥à¤°à¤¹à¤¯à¥‹à¤—ों की वà¥à¤¯à¤¾à¤–à¥à¤¯à¤¾, उदाहरण, उनके विशà¥à¤²à¥‡à¤·à¤£ आदि को परिणय निरà¥à¤£à¤¯ की विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ शà¥à¤°à¥€ पाकित रचनाओं में यतà¥à¤°-ततà¥à¤° यथावतॠसमà¥à¤®à¤¿à¤²à¤¿à¤¤ किया गया है जिसका उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ परिणय जैसे जटिल विषय के समसà¥à¤¤ पशॠपर केनà¥à¤¦à¥à¤°à¤¿à¤¤ समगà¥à¤° सामगà¥à¤°à¥€, जो विविध सà¥à¤¥à¤²à¥‹à¤‚ पर विवेचित है, उसे à¤à¤• सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर संकलित और समायोजित करके पाठकों के कलà¥à¤¯à¤¾à¤£à¤¾à¤°à¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ की जा सके। परिणय निरà¥à¤£à¤¯ नामक इस शोध पà¥à¤°à¤¬à¤¨à¥à¤§ के अनà¥à¤¤à¤°à¥à¤—त अनेक उपगà¥à¤°à¤¨à¥à¤¯ à¤à¤µà¤‚ उपशीरà¥à¤·à¤• से नामाकित संरचनाओं के अनà¥à¤¤à¤°à¥à¤—त समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§à¤¿à¤¤ विषय का ही विसà¥à¤¤à¤¾à¤° पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤° समायोजित है।
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अनà¥à¤•à¥à¤°à¤®à¤£à¤¿à¤•à¤¾
परिवार परिधान à¤à¤µà¤‚ मंतà¥à¤° साधना
1.। मंज सैदà¥à¤§à¤¾à¤‚तिक विशà¥à¤²à¥‡à¤·à¤£
1.2 वैवाहिक विसंगतियों और आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• उपचार
वैवाहिक विचà¥à¤›à¥‡à¤¦ à¤à¤µà¤‚ वैधवà¥à¤¯ से रकà¥à¤·à¤¾à¤°à¥à¤¥ मंतà¥à¤° उपासना
21 वैवाहिक सà¥à¤– का आधार शाबर मंतà¥à¤° का परिवार 2.2 वैवाहिक विचà¥à¤›à¥‡à¤¦ के समाधान हेतॠसà¥à¤—म
सांकेतिक साधनाà¤à¤
वैवाहिक विसंगतियों के समाधान हेतॠविविध सà¥à¤¤à¥‹à¤¤à¥à¤°
पूजन विधान 3.2 सौनà¥à¤¦à¤°à¥à¤¯à¤²à¤¹à¤°à¥€ साधना विधान
3.3 लकà¥à¤·à¥à¤®à¥€-नारायण हृदय सà¥à¤¤à¥‹à¤¤à¥à¤°
34 शà¥à¤°à¥€ कनकधारा कथा à¤à¤µà¤‚ 3.5 अषà¥à¤Ÿà¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤¯à¤¾à¤¤à¤¨à¤¾à¤® गà¥à¤°à¥ सà¥à¤¤à¥‹à¤¤à¥à¤°
3.6 शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤§à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¤•à¤®à¥
3.7 राधा नाम सà¥à¤¤à¥‹à¤¤à¥à¤°à¤®à¥ 3.8 शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® सà¥à¤¤à¥‹à¤¤à¥à¤° (उदà¥à¤§à¤µ कृत)
3.9 रà¥à¤•à¥à¤®à¤¿à¤£à¥€ सà¥à¤µà¤¯à¤‚वर सà¥à¤¤à¥‹à¤¤à¥à¤°
3.10 सीता सà¥à¤¤à¥‹à¤¤à¥à¤°
3.11 वैवाहिक विचà¥à¤›à¥‡à¤¦ à¤à¤µà¤‚ विघटन के शमन हेतà¥
पवमान सूकà¥à¤¤
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