MARKANDAYA PURAN BY Dr. VINAY (DP)
Description
पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾
à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ जीवन-धारा में जिन गà¥à¤°à¤‚थों का महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ है उनमें पà¥à¤°à¤¾à¤£ à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ गà¥à¤°à¤‚थों के रूप में बहà¥à¤¤ महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ माने जाते हैं। पà¥à¤°à¤¾à¤£-साहितà¥à¤¯ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ जीवन और साहितà¥à¤¯ की अकà¥à¤·à¥à¤£à¥à¤£ निधि है। इनमें मानव जीवन के उतà¥à¤•à¤°à¥à¤· और अपकरà¥à¤· की अनेक कथाà¤à¤‚ मिलती है à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ चिंतन-परपरा में करà¥à¤®à¤•à¤¾à¤‚ड यà¥à¤—, उपनिषदॠयà¥à¤— अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ जà¥à¤žà¤¾à¤¨ यà¥à¤— और पà¥à¤°à¤¾à¤£ यà¥à¤— अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ यà¥à¤— का निरंतर विकास होता हà¥à¤† दिखाई देता है। करà¥à¤®à¤•à¤¾à¤‚ड से जà¥à¤žà¤¾à¤¨ की ओर आते हà¥à¤ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ मानस चिंतन के ऊरà¥à¤§à¥à¤¯ शिखर पर पहà¥à¤‚चा और जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• चिंतन के बाद à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ की अविरल धारा पà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¹à¤¿à¤¤ हà¥à¤ˆà¥¤
विकास की इसी पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ में बहà¥à¤¦à¥‡à¤µà¤µà¤¾à¤¦ और निरà¥à¤—à¥à¤£ बà¥à¤°à¤¹à¥à¤® की सà¥à¤µà¤°à¥‚पातà¥à¤®à¤• वà¥à¤¯à¤¾à¤–à¥à¤¯à¤¾ से धीरे-धीरे à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ मानस अवतारवाद या सगà¥à¤£ à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ की ओर पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ हà¥à¤†à¥¤ पà¥à¤°à¤¾à¤£ साहितà¥à¤¯ सामानà¥à¤¯à¤¤à¤¯à¤¾ सगà¥à¤£ à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ का पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤ªà¤¾à¤¦à¤¨ करता है। वहां आकर हमें यह à¤à¥€ मालूम होता है कि सृषà¥à¤Ÿà¤¿ के रहसà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के विषय में à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ मनीषियों ने कितना चिंतन और मनन किया है। पà¥à¤°à¤¾à¤£ साहितà¥à¤¯ को केवल धारà¥à¤®à¤¿à¤• और पà¥à¤°à¤¾ कथा साहितà¥à¤¯ कहकर छोड़ देना उस पूरी चिंतन-धारा से अपने को अपरिचित रखना होगा जिसे जाने बिना हम वासà¥à¤¤à¤µà¤¿à¤• रूप में अपनी परंपरा को नहीं जान सकते।
परंपरा का जà¥à¤žà¤¾à¤¨ किसी à¤à¥€ सà¥à¤¤à¤° पर बहà¥à¤¤ आवशà¥à¤¯à¤• होता है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परंपरा से अपने को संबदà¥à¤§ करना और तब आधà¥à¤¨à¤¿à¤• होकर उससे मà¥à¤•à¥à¤¤ होना बौदà¥à¤§à¤¿à¤• विकास की à¤à¤• पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ है हमारे पà¥à¤°à¤¾à¤£-साहितà¥à¤¯ में सूषà¥à¤Ÿà¤¿ की उतà¥à¤ªà¤¤à¥à¤¤à¤¿ à¤à¤µà¤‚ उसका विकास, मानव उतà¥à¤ªà¤¤à¥à¤¤à¤¿ और फिर उसके विविध विकासातà¥à¤®à¤• सोपान इस तरह से दिठगठहैं कि यदि उनसे चमतà¥à¤•à¤¾à¤° और अतिरिकà¥à¤¤ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ के अंश धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ में न रखे जाà¤à¤‚ तो अनेक बातें बहà¥à¤¤ कà¥à¤› विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ समà¥à¤®à¤¤ à¤à¥€ हो सकती हैं।
Opps
Sorry, it looks like some products are not available in selected quantity.