Mangali Yog Bhranti Va Nidan [Hindi] By Kusum Vashista [AP]

₹135.00
availability: In Stock

  • Colour
  • Size

Description

प्रस्तुतिकरण

मंगली योग से सम्बंधित समस्त पहलुओं का विश्लेषण मैंने इस पुस्तक में किया है। यह विषय अत्यधिक प्रचलित होने पर आज भी पूर्णत स्पष्ट नहीं है। विशेष आग्रह किए जाने पर सर्वप्रथम मैने इस विषय के महत्वपूर्ण तथ्यों को इस पुस्तक में लिखा है। मंगली योग का मिलान कुण्डली मिलान में किस प्रकार किया जाए तथा कितना आवश्यक है, कितना प्रभावी है साथ ही मंगली से संबंधित समस्त विषय इस पुस्तक में संकलित है। लिखते समय मेरा यही उठ्देश्य है कि गंभीर विषय को भी सहजता और सरलता के साथ प्रस्तुत किया जाए। जिससे पाठक आसानी से विषय को समझें। क्लिष्ठ भाषा का उपयोग तथा विषय को घुमा फिरा कर लिखना मैं उचित नहीं समझती। भाषा की सरलता ही विशेषता है इस पुस्तक के द्वितीय संस्करण में मंगल के अन्य स्थान में स्थित होने पर तथा विभिन्न राशियों में स्थित होने के फल का भी समावेश किया है जिससे यह स्पष्ट होता है कि मंगल अन्य स्थान में स्थित होकर भी हानिकारक हो

सकता है। "ज्ञान बाटने से बढ़ता है" इसी पंक्ति को ध्यान में रखते हुए मुझे ईश्वर ने जो भी ज्ञान दिया है उसे किसी भी रूप में प्रदान करती है जिससे अन्यों का भला हो तथा पाठकगण विषय को समझकर उस विषय में अग्रणी हो जिससे ज्ञान शीघ्रता से बढे न कि किसी एक जगह स्थिर रहे। किसी भी विषय में पारंगता पाना कठिन है। मुझे ईश्वर कृप और पठन पाठन तथा अनुभव द्वारा जो भी प्राप्त हुआ पाठकों के सन्द

Reviews

No reviews have been written for this product.

Write your own review

Opps

Sorry, it looks like some products are not available in selected quantity.

OK