Lal kitab jyotish By Pt. Krishan Ashant
Description
पंडित कृषà¥à¤£ अशांत
लाल किताब जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤· आया कहां से।
इसके अजीव-से उपायों के तरà¥à¤• कà¥à¤¯à¤¾ हैं। इसमें राशियों के महतà¥à¤µ को कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ मिटा दिया गया है?
'लाल किताब' पर इसके लेखक का नाम कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ नहीं दिया गया?
आदि, आदि, आदि बहà¥à¤¤ से पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨ पेदा होते हैं । लाल किताब पर अब तक छपी सà¤à¥€ पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‹à¤‚ में उपरोकà¥à¤¤ पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨à¥‹à¤‚ के उतà¥à¤¤à¤° में कोई सामान देखने को नहीं मिलती।
'लाल किताब जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤·-पृषà¥à¤ मृमि ओर वà¥à¤¯à¤¾à¤–à¥à¤¯à¤¾' नाम की इस पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• में à¤à¤¸à¥‡ सà¤à¥€ पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨à¥‹à¤‚ के
उतà¥à¤¤à¤° देने का सारà¥à¤µà¤• पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ किया गया है। लाल किताब जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤· पदà¥à¤§à¤¤à¤¿, इसके सिदà¥à¤§à¤¾à¤‚तों के रहसà¥à¤¯à¥‹à¤‚ और उपायों के तों आदि पर यह पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• लेखक की बहà¥à¤¤ वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ की तगातार मेहनत पर आधारित है। यह पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• 'लाल किताब' के सनॠ1939 से लेकन सन 1952 तक के पांच संसà¥à¤•à¤°à¤£à¥‹à¤‚ में से | किसी à¤à¤• की ताकत नहीं है, बलà¥à¤•à¤¿ यह सà¤à¥€ संसà¥à¤•à¤°à¤£à¥‹à¤‚ को धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ में रख कर लिखी गई है।
जवकि इस विषय पर अब तक छपी अनà¥à¤¯ पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‡à¤‚ 'लात-किताब' के किसी à¤à¤• संसà¥à¤•à¤°à¤£ पर
ही आधारित है।
| अनेक जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤· संसà¥à¤¥à¤¾à¤“ं दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤· समà¥à¤°à¤¾à¤Ÿ, योतिष à¤à¥‚षण व दैवजà¥à¤ž महरà¥à¤·à¤¿ से समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¿à¤¤ पं. कृषà¥à¤£ अशांत लगà¤à¤— चालीस साल से जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤· पर कारà¥à¤¯ कर रहे हैं। इनका जनà¥à¤® 18 दिसंबर 1955 ई. में पंजाब के लà¥à¤§à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨à¤¾ के पास à¤à¤• गांव में हà¥à¤†à¥¤ à¤à¤®.à¤. फिलासफी करने के बाद कॉलेज में अधà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¨ किया, फिर कà¥à¤› समय तक समाचार पतà¥à¤°à¥‹à¤‚ का सह-संपादक करते रहे। ततà¥à¤ªà¤¶à¥à¤šà¤¾à¤¤ जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤· शासà¥à¤¤à¥à¤° के ही जीवन बना लिया। इसी संबंध में विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ देशों की यातà¥à¤°à¤¾ à¤à¥€ की।
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