BRIHAD DAVAGYA RANJANAM [ khemraj]

₹50.00
availability: In Stock

  • Colour
  • Size

Description

भूमिका ।

स्वस्ति श्रीमन महाराजाधिराज द्विजराज रमेश महेश चरण शरण गुणिगणमः डन परपक्षंडन सर्वजनरंजन सर्वविद्याधारी मुजनमुलकारी करुणासागर राज कृत्पनागर गीत नृत्पादिमारपार मारसमरूप भूपकृतयुप काशिराज श्री १०८ ईश्वरी प्रसाद नारायण सिंह ० जी० सी० यस्० के पुत्र श्री आदित्य प्रसाद नारायणसिंहजूके विवाहोत्सबमें एक नाडीकूटका क्योति्विद्गणेशद्त्से विवाद हुआ उक्तमहाराजकी आज्ञासे इस संसारमें अपनी इच्छा से भगवान ने ज्योतिष शास्त्र को प्रगट किया और पाराशरादि ऋषियों ने सौ वर्ष तप करके शाखसे अपने अपने नाम का ज्योतिष शास्त्र निर्माण करके सब भारतवासियों का मान दूर करनेके बास्ते यह ज्योतिष शास्त्र रचा वह ज्योतिष शास्त्र का पूर्ण विचार कर शिष्यजनोंकी मति विशद दोनेके वास्ते तदाश्रितज्योतिविच्छिरोमणि श्रीपंदित गयादत्तात्मज रामदीनने श्री पंडित भगवती प्रसाद की सहायता से इस हदैवजरंज नका संग्रह किया इसमें नाम कर्मादि सोलह संस्कारोंका विवरण सुगमतासे किया गया है यह ग्रंथ देखनेसे सब विद्यार्थी जनों को बहुत आनंद ही होगा. जिसके हर प्रकरण देखनेसे विचित्र चमत्कार देख डता है जिसको श्रीलक्ष्मी बकटे मटका कृपापात्राधिकारी सजन जनों के हितकारी गोब्राह्मणप्रतिपालक सर्वोपकारी निजमित्रसाचारी इुष्टाशय्चंसी धर्ममार्गमे प्रशंसायोग्य] शुभवंशी गंगाविष्णु श्रीकृष्णदास जीने पंडितों द्वारा अतिशुद्ध कराय अपने श्रीलक्ष्मी वेंकटेश्वर' छापे खाने में मुद्रित काके प्रकाश किया संवत १९८१.

 

Reviews

No reviews have been written for this product.

Write your own review

Opps

Sorry, it looks like some products are not available in selected quantity.

OK