हस्त रेखाएं बोलती हैं / Hast Rekhaen Bolti Hai [Rp]

₹150.00
availability: In Stock

  • Colour
  • Size

Description

हस्त-विज्ञान के प्ष में (कीरो के शब्दों में)

प्रथम खण्ड

हाथ की बनावट आदि का ज्ञान (Cheitognomy) निम्न श्रेणी का हाय, वर्गाकार हाथ, उसका विभाजन और विविधताएं, चमसाकार हाथ, दार्शनिक हाथ, कुछ नोकीला हाथ, अत्यन्त नोकौला हाथ, मिश्रित लक्षणों वाला हाथ, हाथ का अंगूठा, उंगलियों के जोड़, अंगुलियां, हिन्दू हस्त-शास्त्र के अनुसार अंगुलियों के लक्षण, नाखून, करतल, बड़े और छोटे हाथ, हाथों पर बाल, कर-पृष्ठ के सम्बन्ध में हिन्दू हस्त-शास्त्र का मत, गृह-क्षेत्र, उनकी स्थिति और उनके गुणादि, विभिन्न देशों के निवासियों और जातियों के हाथ।

द्वितीय खण्ड

हाथ की रेखाएं और उसके चिन्हों के लक्षण और प्रभाव हाथ की परीक्षा और पालादेश के सम्बन्ध में कुछ विचार, हाथ में रेखाएं, हाथ की रेखाओं की विविधितायें, रेखाओं के प्रारूप और करतल में पाये जाने वाले चिन्हों का परिचय, दाहिना और वायां हाथ, जीवन रेखा, मंगल रेखा, राव के विभिन्न आकार और उनके अनुसार शीर्ष-रेखा का फल, शीर्ष-रेखा द्वारा प्रदर्शित उन्माद रोग के लक्षण, हाथ द्वारा प्रदर्शित हत्या करने की प्रवृत्ति, हृदय-रेखा, भाग्य रेखा, सूर्य-रेखा, स्वास्थ्य रेखा, एक स्वस्थ हाथ के लक्षण, वासना रेखा और अतीन्द्रिय (Intuition) ज्ञान रेखा, शुक्र-मेखला, शनि-मुद्रिका और मणिबंध रेखाएं, बृहस्पति मुद्रिका, विवाह रेखा, सौभाग्यवती स्त्री के लक्षण, विधवा के लक्षण, संतान-रेखाएं, नक्षत्र चिन्ह, क्रास चिन्ह,

प्राक्कथन

अपनी इस पुस्तक को जनता के सम्मुख रखते हो हमें इस बात का पूरा आहमास कि इसके अध्ययन से पाठकों को कितना लाभ होगा, समाज का कितना हित होगा। मने पह पुस्तक किती वर्ग विशेष के लोगों को ध्यान में रखकर लिखने का प्रयास नहीं किया, बल्कि यह उन सबके लिए है जो प्रकृति के नियमों को स्वीकार करते हैं और जिनके हाथ के अध्ययन में रुचि है।

किसी भी विषय को सूक्ष्म अध्ययन के लिए योग्य नहीं समझना चाहिए। एक अगु का भी महत्व होता है। अतः पदि कोई व्यक्ति ऐसी धारणा बनाये कि हस्त-विज्ञान प्मान देने योग्य विषय नहीं है तो यह उसका भ्रम होगा। ऐसे लोगों से हम यह अनुरोध करेंगे कि हस्त-विज्ञान का अध्ययन करके तो देखें। हम उन्हें विश्वास दिलाते हैं कि उनका श्रम व्यर्थ नहीं जायेगा। इस विषय का अध्ययन स्वयं अपना महत्व प्रमाणित कर

हस्त-विज्ञान के पक्ष में जाने आयुर्विज्ञान और भौतिक विज्ञान के अनेक तथ्यों को एकत्रित करने का प्रयास किया है जो हम आगे चलकर पाठ्कों के सम्मुख प्रस्तुत कोंगे। इन तथ्यों से यह स्पष्ट हो जाएगा कि साथ एक विधान का अनुसरण करने वाले और जो प्रभाव उस विधान पर पड़ता है, वही प्रभाव हायों में दिखाई देता है। इस विज्ञान से सम्बन्ध रखने वाले जिन ख्याति प्राप्त विद्वानों ने मस्तिष्क और गाय के सम्बन्धित होने के विषय में जो धारणा बनाई हैं और जो विचार व्यक्त किए हैं, उनको हमने भी स्वीकार किया है और जहा भी हमने इस पुस्तक में उनका वर्णन किया है हमने स्पष्ट कर दिया है कि उन विचारों का जन्मदाता कौन है। इस प्रकार वे तोग जो इस विज्ञान पर विश्वास नहीं करते उनसे हम यही कहेंगे कि हस्त-परीक्षा के अध्ययन में और उसको विकसित करने में अनेक शानदार, दर्शन शास्त्रियों तथा वैज्ञानिकों ने भी दिलस्पी ती है।

Reviews

No reviews have been written for this product.

Write your own review

Opps

Sorry, it looks like some products are not available in selected quantity.

OK